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अर्जुन का अहंकार - महाभारत (Pride Of Arjuna Story From Mahabharata)

                                                                                                अर्जुन का अहंकार - महाभारत              (Pride Of Arjuna Story From Mahabharata) पृथ्‍वी पर भगवान कृष्‍ण का जन्‍म, बुराई का नाश करने और शांति व धर्म की स्‍थापना करने के लिए हुआ था। उनका मानना था कि जो व्‍यक्ति, सच्‍चाई की राह पर चलता है वह सदैव जीत हासिल करता है। लेकिन अगर आप पाप का अंत करना चाहते हैं तो उसके लिए पाप न करें।  महाभारत -  आप छोटी सी सफलता या असफलता में उलझ गए तो बड़े लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकते   एक  बार अर्जुन को अहंकार हो गया कि वही भगवान के सबसे बड़े भक्त हैं। उनको श्रीकृष्ण ने समझ लिया।  एक दिन वह अर्जुन को अपने साथ घुमाने ले गए। रास्ते...
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चुनावी खेल - नेता जी उनके वादे... वादों का क्या

      नेता जी उनके वादे...   वादों का क्या..... आम चुनाव 2019 के दो चरण समाप्त हो चुके हैं  और अब चुनावी कारवां त्रितये चरण के और बढ़ चूका है ।  राजनैतिक दल कोई भी हो, मतदाताओं को रिझाने के लिए वादों की झड़ी लगाने में किसी ने कसर नहीं छोड़ी है  । अब तक के चुनावी वादों का हश्र देख, मतदाताओं को नेताओं के इन वादों-दावों पर भरोसा नहीं रह गया है।  इनका स्पष्ट कहना है कि नेता जी! वादे वही करें जो पूरे कर सकें। खोखली बयानबाजी अब नहीं चलेगी। अगर विकास के वादे करते हों, तो उन्हें पूरा करने का तरीका भी बताओ। वोटरों को लुभाने के चक्कर में बयानबाजी की जो होड़ इन दिनों नेताओं में लगी है, उसे लेकर भी मतदाता खासे नाराज हैं।   जनता शांत  है  और साथ ही निश्चय भी कर चुकी है की उन्हें इस बार किसे अपना मत देना है ।    आम जनता से बात करने के बाद उनका दर्द और खुशी दोनों साफ झलकता है  ।  वे  न केवल भारतीय लोकतंत्र की गिरती सेहत पर चिंता व्यक्त   करते हैं बल्कि  उसे सुधारने के लिए वोट से दवाई ...